प्यार तो है / चाँद
जल / नदी का
या तो रहता है घटता
या फिर बढ़ता रहता है
प्यार तो है / बसंत जीवन का
गान सूरज का
डोलता मन / तरंगों की तरह
या तो रहता है आसपास
या फिर कहीं नहीं रहता
प्यार तो है / बेसुध होने की कथा
अँधेरा इतना घना
हाहाकार मावस का
उजाला इतना घटाटोप
हाथ को न सूझे हाथ
मन ही मन / फिर भी
हाथों में हाथ बना रहता है
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