अधिक से अधिक
और कम से कम
पास होता हूँ मैं / तुम्हारे
जैसे एक अस्पर्श सा स्पर्श
पास होने का अस्पर्श
साथ होने का स्पर्श
ओह!
इसीलिये उठती हैं लहरें
छूने चन्द्रमा को
डोलती है हवा
गंध सहेजने को
तैरते हैं पत्ते
टपकती हैं बूँदें
उगती है ओस
साहचर्य टटोलने को
सब मात्र छाया हैं
तुम्हारे / पास ही होने के अस्पर्श की
छाया भर दूरी पर ही सही
साथ होने के स्पर्श की
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