Monday, February 25, 2008

एक और रूप 34

बहुत अच्छा लगा

देखकर तुम्हारा घरेलू रूप

घर साफ करने की व्यग्रता



बहुत अच्छा लगा

कम्प्यूटर के की-बोर्ड पर थिरकती अँॅगुलियों ने

लगाई झाडू घर में और परसीं रोटियाँ



नई चादर डालना बिस्तर पर

मिटाना एक-एक कर सारी सलवटें

न जाने कितनी सलवटें पड़ गईं दिल में

और उमड़ा ढेर सा प्यार

अखरने लगा पुनर्जन्म का इंतजार



लगता है जैसे अच्छा आसमान

लगता है अच्छा जैसे तालाब में खिला कमल

लगता है अच्छा जैसे बड़े सबेरे-

किसी सरन्ध्र से किरन का कमरे में उतर जाना

उससे भी अच्छा लगता है

बात-बात में तुम्हारा अधिकार जताना



मन ही मन में

मन से कहना / सच कहना

जो लगा मुझे अच्छा

क्या सब वही तुम्हें

नहीं लगता अच्छा / बिल्कुल सच्चा

No comments:

फ्री डाउनलोड