Monday, February 25, 2008

नहीं बदली इंतजार की सूरत 13

धुँधलका सुबह का / बना सांध्य का झुटपुटा

शीतल समीर भागा / डर से सूरज के

लगे लहराने आँचल श्यामल / मटमैले

घूम-फिर कर / फिर सो गई चिड़िया

वेणियों में महकने लगे

या महकने लगे वेणियों से / गंधराज



कुछ दरक रहा है / सैलाबों से लड़ता है मन

छवि दर्पण पर भारी है

देती होंगी किन्हीं को

यादें जीने का सहारा

मन के हर चैनल पर / चित्र तुम्हारा



सब कुछ धुला-धुला सा

सब कुछ बदला मौसम सा

नहीं बदली इंतजार की सूरत

कौन बताये / कौन पुजारी / कौन मूरत

No comments:

फ्री डाउनलोड