मेरे पास दिल है
और धड़कन भी
जाने कहाँ तक भारी है
आसमान
जाने कहाँ तक पोली है
जमीन सारी
जाने कहाँ तक जमी है
बर्फ सारी
जाने कहाँ तक छिप गई है
हरियाली
मेरे साथ तुम हो
और पास भी
जाने क्यों छोड़ गया है
चैन मन को
जाने क्यों जोड़ गई है
याद वो
जाने क्यों मोेड़ पर छोड़ गये
मुझ को
जाने क्यों थोड़ी हैं आशा की
साँसें जो
मेरे लिये जीवन स्वागत है
और अलविदा भी
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